भापे की चाची: जीवन की टेढ़ी
- Indbinding:
- Paperback
- Sideantal:
- 218
- Udgivet:
- 18. april 2023
- Størrelse:
- 133x13x203 mm.
- Vægt:
- 254 g.
- 2-3 uger.
- 4. februar 2025
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Beskrivelse af भापे की चाची: जीवन की टेढ़ी
About the Book: भापे की चाची उपन्यास बेशक लिखा पंजाब की पृष्ठभूमि पर गया है पर यह कहानी भारत के किसी भी गाँव की कहानी हो सकती है। यहाँ आपको भारतीय गाँवों के परिवेश, वहाँ की समस्याओं और रीति रिवाजों की झलक मिलेगी। इस उपन्यास में आपको ममता मिलेगी, भाई बहनों का प्यार मिलेगा। प्रेम की रसधार मिलेगी, गुस्सा, ईर्ष्या और नफरत मिलेगी। प्रतिशोध होगा तो समर्पण भी होगा। संघर्ष कदम-कदम पर होंगे तो बेहतर जीवन के सपने भी होंगे। संक्षेप में दुनिया का ऐसा कोई भाव नहीं जो इस उपन्यास में आपको पढने को न मिले। किरण की खूबसूरती ने उसकी जिन्दगी में कई गुल खिलाए। किरण और निरंजन की जिंदगी के उतार-चढावों के साथ-साथ आप भी बह निकलेंगे। गुरनैब के साथ किरण का हाथ पकड़ कर तैरेंगे।मेरा दावा है कि एक बार उपन्यास पढ़ना शुरु कर लेंगे तो पूरा किए बिना छोड़ नहीं पाएंगे। बाकी किरण के साथ-साथ भानी, सिमरन और जसलीन के जीवन का संघर्ष भी है तो पढिए और अपनी राय से अवगत कराइए।
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